आप क्यों ये दुनिया छोड़ चले, इतनी भी क्या जल्दी थी... आप क्यों ये दुनिया छोड़ चले, इतनी भी क्या जल्दी थी...
तृप्ति अतुल्य दुनिया से बेखबर है ये दुनिया रिश्ता जहाँ मे ये इक अमूल्य। तृप्ति अतुल्य दुनिया से बेखबर है ये दुनिया रिश्ता जहाँ मे ये इक अमूल्य।
मन रंग जाए तेरे प्यारके अनमोल रंग से, तब ही जाकर पूरे हों हम दो अधूरे। मन रंग जाए तेरे प्यारके अनमोल रंग से, तब ही जाकर पूरे हों हम दो अधूरे...
काश बने रहे ये रिश्ते कभी ना टूटे ये काश बने रहे ये रिश्ते कभी ना टूटे ये
इस दुनिया में मां का महत्व कम ना होगा, इस दुनिया में मां का महत्व कम ना होगा,
दुनिया लगती है बड़ी बेगानी प्रीत की रीत है बड़ी सुहानी दुनिया लगती है बड़ी बेगानी प्रीत की रीत है बड़ी सुहानी